ब्यूरो रिपोर्ट प0 चम्पारण बेतिया। आई एम ए पश्चिम चंपारण जिला इकाई द्वारा विगत शाम पश्चिम चंपारण जिला के बेतिया शहर के एक निजी होटल के सभागार में शिशु रोग देखभाल विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिस के मुख्य वक्ता बिहार के जाने-माने प्रख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर श्रवण कुमार थे। डॉक्टर श्रवण कुमार को बिहार में शिशु रोग इलाज का जनक भी यानी फादर ऑफ नियोनेटोलॉजी के नाम से भी जाना जाता है। डॉक्टर श्रवण कुमार ने बताया कि नवजात शिशु में बिना सोचे समझे और बिना जांच कराएं एंटीबायोटिक देने से शरीर के लाभकारी बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और अगर बीमारी बढ़ाने वाले बैक्टीरिया उस एंटीबायोटिक से सेंसेटिव नहीं है तो बीमारी बढ़ जाएगी और शिशु नहीं बच पाएगा। श्रवण कुमार ने कंगारू मदर केयर पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रीमैंच्योर शिशु अगर मां अपने दोनों स्तन के बीच में रखे तो वह शिशु के लिए इन्कुवेटर से भी अच्छी सुरक्षा देता है और शिशु इस व्यवस्था से जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं। बच्चों में ससमय टीकाकरण बहुत जरूरी है। क्योंकि भविष्य में होने वाले खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। वही आईएमए मीडिया प्रभारी सह हड्डी, जोड़, रीड़ एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमेश कुमार ने शिशुओं में होने वाले जोड़ों के इंफेक्शन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिशुओं के जोड़ों में दर्द सूजन एवं साथ में बुखार हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। डीआईओ किरण शंकर झा ने जिले में अभी तक हुए टीकाकरण के फायदे एवं आधुनिकीकरण के बारे में बताया एवं ससमय टीकाकरण का बल दिया। इस अवसर पर आईएमए डॉक्टर सुशील प्रसाद, डॉ0 अमिताभ चौधरी, सचिव डॉक्टर अंजनी कुमार, डब्ल्यूएचओ प्रभारी डॉक्टर अंकुर, पूर्व अध्यक्ष प्रमोद तिवारी ने अपने-अपने विचार रखें।
वही इस कार्यक्रम में डॉ0 श्रवण कुमार एवं उनकी पत्नी नीना मोटानी ने तीन-चार गानों पर जबरदस्त डांस परफॉर्मेंस दिया। उनका साथ देने के लिए एसपी रुद्र नारायण पांडेय(बगहा) डॉ0 कृष्ण मोहन राय, डॉ0 किरण शंकर झा,( रामनगर) डॉ0 प्रमोद तिवारी(बेतिया), ने भी कार्यक्रम प्रस्तुत किये। जिले से आये 100 से अधिक चिकित्सको एवं उनके परिवार के सदस्यों ने भी कार्यक्रम का लुप्त उठाया। इस मौके पर मीडिया प्रभारी डॉ0 उमेश कुमार, डॉ0 प्रदीप कुमार, डॉ0 अमिताभ चौधरी, डॉक्टर सुशील चौधरी, रामेश्वर प्रसाद डॉक्टर अनिल, डॉ0 वीरेंद्र, डॉ0 रंजीत राय, डॉक्टर इंतेशारुल हक, डॉक्टर अशोक श्रीवास्तव, डॉक्टर एस के उपाध्याय, डॉक्टर गुलजार, डॉ0 नासिर अली, डॉ0 उपेंद्र, डॉ0 उत्तेसवांड आनंद, डॉ0 एस एन क्योलियार, डॉ0 रश्मि, डॉ0 रमेश चंद्रा, डॉ0 सुधा चन्द्रा, डॉ0 सुभाष कुमार, डॉ0 चित्रा सिन्हा, डॉ0 महाश्रय सिंह, डॉ0 संजय, डॉ0 शाही, डॉ0 अमरीश, डॉ0 के एम राय, डॉ0 अनिल मोटानी, डॉ0 मीरा चौधरी, डॉ0 कुमकुम, डॉ0 संजीव चौधरी सहित जिले के 100 से ज्यादा डॉक्टर मौजूद रहे।